कानपुर देहात के पास रविवार अहले सुबह हुए भीषण ट्रेन हादसे में 120 यात्रियों की मौत हो गयी और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गये। घायलों में से आधे से ज्यादा की हालत गंभीर बतायी जा रही है। कानपुर देहात जिले के पुखरायां में इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे आसपास अचानक पटरी से उतर गये। अनुमान है कि पटरी क्षतिग्रस्त थी।
यह ट्रेन तेज झटके के साथ रूकी और शयनयान श्रेणी के चार डिब्बे एस-1-2-3-4 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इन डिब्बों में सैकड़ों की संख्या में लोग थे। इन चार डिब्बों में से एस-1 और एस-2 एक-दूसरे में घुस गए जबकि एस-3 और एस-4 भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। हादसे में इन्हीं डिब्बों से सबसे ज्यादा लोग हताहत हुए हैं। हालांकि वातानुकुलित श्रेणी के एसी-3 का एक डिब्बा भी क्षतिग्रस्त हुआ है, लेकिन यहां हताहतों की संख्या कम है।
सेना, एनडीआरएफ और राज्य पुलिस की मदद से रेलवे कर्मचारी खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं। हालांकि समय बीतने के साथ-साथ हादसे में मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। कानपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक जकी अहमद ने कहा कि शाम तक 120 शव निकाले गए हैं। उनमें से ज्यादातर को कानपुर देहात के मति अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता विजय कुमार ने बताया कि ट्रेन के प्रभावित यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसें भेजी गयी हैं।
रेलवे ने हादसे के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं, जो इस प्रकार हैं- इंदौर 07411072, उज्जैन 07342560906, रतलाम 074121072, उरई 051621072, झांसी 05101072, पोखरायां 05113270239 ।
एनडीआरएफ के महानिदेशक आर. के. प्रचंड ने बताया कि विशेष बचाव दल की पांच टीमें दुर्घटनास्थल पर भेजी गयी हैं। मौके पर पहुंचे प्रचंड ने कहा, ‘बचाव टीमें कटर और हाईड्रोलिक उपकरणों का प्रयोग कर रही हैं ताकि ट्रेन के डिब्बों में फंसे हुए सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।’ उन्होंने कहा, चूंकि डिब्बों के भीतर लोग फंसे हुए हैं, इसलिए पूरी सावधानी और सतर्कता बरती जा रही है। एनडीआरएफ के कर्मचारी आपदा प्रबंधन के अत्याधुनिक उपकरणों और गैजेट की मदद से डिब्बों में फंसे यात्रियों को बाहर निकालने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।