अानन-फानन में हुए पटना एसएसपी जितेंद्र राणा के ट्रांसफर की कहानी।

crime(पंकज कुमार श्रीवास्तव)  बिहार के मुख्यमंञी नीतीश कुमार के खास एवं अपने विधान सभा क्षेत्र में छोटे सरकार के नाम से कुख्‍यात जेडीयू विधायक अनंत सिंह को पुलिस ने बुधवार शाम बेहद मशक्त के बाद हत्या और अपहरण मामले में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी वारंट लेकर उनके घर पहुँची पुलिस ने वही उनसे पूछताछ की और उनके घर की सघन तलाशी भी ली। जहाँ इंसास रायफल में इस्‍तेमाल होने वाली मैगजीन का खोखा,एक बुलेटप्रुफ जैकेट और खून से सना कपड़ा भी मिला। खून किसका है, इस बात की पुष्टी के लिए उसे फौरेसिक लैब भेजा गया है। हाई प्रोफाईल इस गिरफ्तारी में सिटी एसपी सहित पांच सौ पुलिसकर्मिर्यों को लगाया गया जिसका नेतृत्व एसएसपी विकाश वैभव कर रहें थे। लगभग पांच घंटे चली वही विधायक के पूरे शहर के थानेदार और डीएसपी को लगाया गया था।  उधर,विधायक के पैतृक गांव बाढ़ के लदवां में पुलिस ने बुधवार को दोपहर बाद छापेमारी की।
              पाठको को बताते चलें 17 जून को बाढ़ बाजार में किसी महिला से छेड़छाड़ की घटना हुई थी। इस महिला के परिजनों ने इसकी जानकारी मोकामा विधयक अनंत सिंह को दी, सिंह ने अपने लोगों को भेजकर आरोपी लड़कों को अगवा करा लिया। कुछ दिन बाद इनमें से एक लड़के फुटुश यादव की हत्‍या हो गई। घटना के बाद केस दर्ज हुआ मामला पटना एसएसपी जितेन्द्र राणा तक आई। राणा के तत्परता से चार लोग गिरफ्तार किये गये। गिरफ्तार किए गए लोगों ने पूछताछ में अनंत सिंह का नाम लिया था। नतीजा पटना पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ट्रांसफर पटना अानन-फानन  में मोतिहारी कर दिया गया है। सनसनी तब फैल गई जब मंगलवार को उन्‍होंने विकास वैभव को अपना चार्ज सौंपने के बाद पटना में प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर यह आरोप लगाया कि उनका तबादला अनंत सिंह ने ही करवाया है।

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